Wednesday, October 3, 2012

Poojaa kaa Dhan

संखीया एक किस्म का जहर होता है और तथाकथिक धार्मिक स्थलों पर पूजा के चडावे के तौर पर दान पात्रों (गोलकों ) में डाली गयी बेशुमार दौलत भी आज संखीया जैसा असर दिखा रही है जिस वहज से सिक्खों में से सिक्खी (गुरमत की शबद विचार रूपी असल शिक्षा) ख़तम हो रही है |

No comments:

Post a Comment